गुवाहाटी । लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही असम प्रदेश कांग्रेस के लिए लगातार परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। एक के बाद एक नेता अब कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। असम विधानसभा के चालू बजट सत्र के दौरान बुधवार को कांग्रेस के दो विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की संभावना व्यक्त की है।
मंगलदोई के विधायक बसंत दास और उत्तर करीमगंज के विधायक तथा असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कमलाक्ष दे पुरकायस्थ ने असम विधानसभा कक्ष के बाहर संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुए भाजपा का समर्थन करने की पुष्टि करते हुए कहा कि वे भी कांग्रेस छोड़ देंगे और जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। कांग्रेस के इन दो ताकतवर विधायकों ने साफ कर दिया कि वे कांग्रेस में रहकर भाजपा को समर्थन देते रहेंगे। यह माना जा सकता है कि एक अच्छा अवसर आते ही दोनों विधायक भाजपा में शामिल हो जाएंगे, हालांकि वे भाजपा का समर्थन करके भाजपा का विश्वास हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
दोनों विधायकों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे आज सदन में भाजपा का समर्थन कर रहे थे। बाद में, दोनों विधायकों ने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा से भी मुलाकात की और विधानसभा सत्र के दौरान एक बैठक की। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी कांग्रेस विधायक सिद्देक अहमद और शशिकांत दास ने कांग्रेस में रहते हुए भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की थी। इस प्रकार, कुल चार कांग्रेस विधायकों ने सार्वजनिक रूप से स्पष्ट कर दिया है कि वे कांग्रेस में हैं और भाजपा सरकार के काम का समर्थन करते हैं।
इस घटना के बाद कांग्रेस पार्टी अब सदमे की स्थिति में है, भले ही वह खुल कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। कांग्रेस पार्टी के एक के बाद एक विधायक और पूर्व मंत्री, वरिष्ठ नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद साफ है कि आगामी लोकसभा चुनाव में इससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। इस बीच, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस के दोनों विधायकों के रुख का स्वागत किया है।