ऋषिकेश । पिछले कई दिनों से गुरुद्वारा सिंह सभा की प्रबंध कमेटी के प्रधान के चुनाव को लेकर चल रहा विवाद शनिवार की देर रात को उस समय गहरा गया, जब दो पक्षों के बीच में मारपीट हो गई, जिसके चलते पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा। इसके बाद आपसी सहमति से पूर्व प्रधान गोविंद सिंह को पुनः चुन लिया गया। हालांकि दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट के चलते पुलिस को शांति भंग की चालानी कार्रवाई भी करनी पड़ी।
उल्लेखनीय है कि गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा की प्रबंध कमेटी को लेकर कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष 14 दिसंबर को कुछ बाहरी लोगों ने सिंह सभा की नई कमेटी का गठन जबरन कर लिया था, जिसके बाद से सिंह सभा से जुड़ी सभी साद संगत में अंदर खाने रोष चल रहा था। इस बीच गुरुद्वारे के कार्यालय सहित सभी कमरों में ताले लगा दिए गए थे।
उक्त कमेटी के लोगों ने गुरुद्वारे में अव्यवस्था फैला दी थी, जिस पर बीते 4 जनवरी को संगत ने बैठक बुलाकर कथित तौर पर गठित कमेटी को भंग किए जाने का निर्णय लिया था। इसके चलते शनिवार को संगत की बैठक में दोनों पक्षों के बीच जमकर विवाद हो गया और इस दौरान मारपीट भी हुई हंगामे को देखते हुए मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा। किसी तरह मामला शांत किया, तब संगत ने नए प्रधान सरदार गोविंद सिंह को भी चुना गया। इससे पहले वह वर्ष 2014 से 17 तक और फिर 2020 तक प्रधान रहे और अब उन्हें 2024 में तीसरी बार प्रधान चुन लिया गया।
इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी विवाद में दो लोगों के मुकदमा दर्ज किया गया। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि मोनिका नाम की महिला ने दी गई शिकायती तहरीर में कहा है कि विगत 15 जनवरी की रात 11:00 बजे जगजीत सिंह जग्गा और बलवंत सिंह डंग ने मेरे और मेरे पति के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद मोनिका की शिकायत पर दोनों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दूसरे पक्ष के बलवंत सिंह डंग ने कहा कि उनके लोगों के साथ भी मारपीट की गई है, लेकिन पुलिस उनकी शिकायत नहीं सुन रही है।
सन् 2020-21 से लगातार गोविंद सिंह गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रबंधक कमेटी के प्रधान बने हैं जबकि संस्था के कुछ सदस्य सरदार गुरमेल सिंह के पक्ष में हैं , जिनमें बलवंत सिंह, सरदार बूटा सिंह, जग्गा सिंह, भानु प्रताप सिंह,गुरमेल सिंह जस्सल का यह भी कहना है कि हर 3 साल में चुनाव की प्रक्रिया होती है। इसके तहत सभी साद संगत ने सरदार गुरमेल सिंह को प्रबंधक कमेटी के प्रधान के रूप में चुना है। पूरे घटनाक्रम के बावजूद सभी संगत ने सर्व समिति से सरदार गोविंद सिंह को गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा ऋषिकेश का प्रधान चुना गया और उससे पहले की किसी भी प्रबंधक कमेटी को सर्वसम्मति से निरस्त व खारिज कर दिया गया ।
उक्त आमसभा में गोविंद सिंह के पक्ष में बिशन खन्ना , भगतराम कोठरी, सूरज गुलाटी, सतबीर तोमर, हरीश अरोड़ा, अशोक अग्रवाल ,दिनेश कोठारी, संदीप मल्होत्रा, गोपाल नारंग, सरदार मंगा सिंह, सरदार निर्मल सिंह, सरदार परमजीत सिंह, हरदेव पनेसर, अमरजीत सिंह नीलम खुराना, के के लांबा , योगेश कालरा,भारत भूषण, अशोक अग्रवाल एवं सुभाष कोहली, नीलम खुराना इत्यादि मौजूद थे।