जयपुर । नौतपा अधिकांश मई के महीने में शुरू होता है। मई माह में सूर्य प्रचंड रूप में दिखाई देता है। मई माह में नौ दिन तक तापमान सबसे अधिक होता है। इस अवधि को ज्योतिष में नौतपा कहा जाता है। नौतपा का आरंभ इस वर्ष 25 मई को होगा जो 2 जून तक रहेगा। 25 मई को सूर्य सुबह 3 बजे कर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और 2 जून की सुबह तक रहेगा। ज्योतिषी की माने तो इस दौरान सूर्य व पृथ्वी के बीच की दूरी इस समय सबसे कम हो जाती है। इस लिए सूर्य सबसे अधिक गर्म दिखाई देता है।
अच्छी बरसात के लिए नौतपा जरूरी
ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा के बताए अनुसार सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में भ्रमण काल 14 दिनों का है। ज्योतिषी गणनाओं के अनुसार इस बार नौतपा के शुरूआती 6 दिनों में गर्मी के साथ उमस भी बहुत जोरदार पड़ेगी। वहीं जब नौतपा समापन की ओर होगा तब अंतिम के तीन दिन हवाएं तेज चलेंगी। इसी के साथ कहीं-कहीं बारिश के भी आसार है। इसी के साथ कहीं-कहीं बौछारें भी हो सकती है। नौतपा में जितनी गर्मी बढ़ेगी उतनी ही अच्छी बरसात होगी।
नौतपा में विज्ञान की राय
नौतपा को लेकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण कहता है कि इस दौरान सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती है। जिसके चलते पृथ्वी पर तापमान काफी बढ़ जाता है। नौतपा के दौरान अधिक गर्मी के चलते मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है और समुद्र की लहरें आकर्षित होती है और इससे अच्छी बरसात होती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अगर बात की जाए तो नौतपा होना बेहद जरूरी है
नौतपा में करें सूर्य की पूजा
नौतपा के दौरान सूर्य देवता काफी प्रचंड रूप में होते है, इसलिए सभी को नौतपा में सूर्य देव की आराधना करनी चाहिए। ऐसा करने से परिवार के सभी लोग गर्मी के दौरान स्वस्थ्य रहते है। सूर्य आराधना से सुख-समृद्धि बढ़ती है। इस दौरान जल, दही, दूध, नारियल, पानी और ठंडे पदार्थो का सेवन करना के साथ इन वस्तुओं का दान भी करते रहना चाहिए।