इस्लामाबाद । पाकिस्तान में गुरुवार को हुए चुनाव के पूरे परिणाम अभी तक घोषित नहीं हो पाए हैं लेकिन त्रिशंकु संसद के आसार के बीच सेना ने नवाज शरीफ का समर्थन किया है। इसी के साथ गठबंधन सरकार के लिए सौदेबाजी शुरू हो गई है। हालांकि, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव में शानदार प्रदर्शन करके संख्याबल में सबसे अधिक हैं।
पीएमएल-एन और पीपीपी ने गठबंधन सरकार के लिए प्रयास तेज करके सौदेबाजी शुरू कर दी है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने अपनी पार्टी के नेताओं को बताया है कि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ जरदारी ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के लिए प्रधानमंत्री पद की मांग की है। पीपीपी ने अपनी इस शर्त को मानने पर गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति व्यक्त की है। शहबाज ने पार्टी नेताओं को बताया कि जरदारी ने पेशकश की कि बदले में पीपीपी पंजाब में अपनी सरकार बनाने के लिए पीएमएल-एन का समर्थन करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार रात पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और बिलावल से मुलाकात की और भविष्य के गठबंधन पर चर्चा की। इसके बाद शनिवार को दिन में पीएमएल-एन नेताओं ने केंद्र के साथ-साथ पंजाब में भावी सरकार बनाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की। शहबाज शरीफ ने सीनेटर इशाक डार, ख्वाजा साद रफीक, सरदार अयाज सादिक, मरियम औरंगजेब, मलिक मुहम्मद अहमद खान, सीनेटर आजम नजीर तरार, अताउल्लाह तरार, ख्वाजा इमरान नजीर और अन्य ने नई परिस्थितियों पर चर्चा की है।
पाकिस्तान के आम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के मद्देनजर सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने गठबंधन सरकार बनाने के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आह्वान का समर्थन किया। इस बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकड़ ने कहा कि उन्हें देश में गठबंधन सरकार बनने की उम्मीद है। हालांकि, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में नेशनल असेंबली की 100 सीट पर जीत हासिल कर सबको हैरान कर दिया है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग के 265 में से 255 सीटों के घोषित परिणाम के अनुसार पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 73, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) ने 17 सीट पर जीत हासिल की है। अन्य 11 सीटों पर छोटे दलों को जीत मिली है। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी होगी। एक उम्मीदवार की मौत के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में सेना को काफी शक्तिशाली माना जाता है। उसने पिछले 75 से अधिक वर्षों में आधे से अधिक समय तक शासन किया है।