कोलकाता । भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने राज्य में लगभग 17 लाख फर्जी मतदाताओं की जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को राज्य चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुभेंदु बुधवार को ”फर्जी” मतदाताओं की सूची वाले 24 बैग लेकर पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय आए थे। उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। उसी के आधार पर जांच हो रही है।
शुभेंदु ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा द्वारा पहचाने गए फर्जी मतदाताओं की सटीक संख्या 16 लाख 91 हजार 132 है। शुभेंदु ने दावा किया, “सूची में मृत मतदाताओं के साथ-साथ उन लोगों के नाम भी शामिल हैं जो कहीं और चले गए हैं। कई स्थानों पर सूचियों में नाम दिखाई देने के भी उदाहरण हैं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि फर्जी मतदाताओं की संख्या 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच अंतर के लगभग बराबर है। शुभेंदु ने कहा, “14 हजार 267 पन्नों का दस्तावेज जमा करने के अलावा, हमने एक पेन-ड्राइव में संग्रहीत सॉफ्ट-कॉपी प्रारूप में विवरण भी जमा किया है। ईसीआई की पूर्ण पीठ मार्च में पश्चिम बंगाल का दौरा करने और सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने वाली है। हम इन अनियमितताओं के बारे में पूर्ण पीठ टीम को अपडेट करेंगे।