कोलकाता ।सोमवार से शुरु हो रहा पश्चिम बंगाल विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार होने की उम्मीद है, क्योंकि विपक्षी भाजपा विभिन्न केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं में धन के उपयोग से संबंधित राज्य सरकार द्वारा उपयोग प्रमाणपत्र जमा न करने पर सीएजी के निष्कर्ष पर राज्य सरकार और तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधने की तैयारी कर रही है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि विपक्ष के नेता के अलावा, बालुरघाट विधायक अशोक कुमार लाहिड़ी के भी बहस में मुख्य भूमिका निभाने की उम्मीद है। लाहिड़ी केंद्र सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है, कि विपक्ष के नेता द्वारा हमले राजनीतिक होगी, लाहिड़ी की ओर से तर्क आर्थिक और सांख्यिकीय कोण पर अधिक होंगे। सीएजी रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष, जिन्हें भाजपा की विधायी टीम सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान उजागर करने की योजना बना रही है, उनमें 2011 से 2022 की अवधि के बीच 1.94 लाख करोड़ रुपये के उपयोग प्रमाण पत्र जमा न करना शामिल होगा।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने कहा, सीएजी रिपोर्ट के अन्य निष्कर्ष जैसे राज्य सरकार द्वारा विभिन्न खैरात योजनाओं को प्रायोजित करने के लिए अतिरिक्त-बजटीय उधार लेना, अन्य बातों के अलावा बहस का मुद्दा होंगा। तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही कुछ विशिष्ट संकेत दिए हैं कि भाजपा के सवालों पर उनका जवाब क्या होगा। वे पहले ही सीएजी के निष्कर्षों को जानबूझकर बनाए गए तथ्यहिन दस्तावेज बता चुके हैं, जिसका उद्देश्य विपक्ष को राज्य सरकार खिलाफ बयान तैयार करने के लिए हथियार देना है। बजट सत्र में राज्य का बजट आठ फरवरी को सदन के पटल पर रखा जाएगा। अगले दो दिनों में, राज्य के बजट पर चर्चा होगी, इस अवधि में सबसे अधिक हंगामा होने की उम्मीद है।