भोपाल । कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर धर्म के नाम पर वोट मांगने और कांग्रेस के लोगों के लिए अमर्यादित शब्दों के उपयोग करने का आरोप लगाया है। इस मामले में कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा इस तरह की जनभावनाओं पर ठेस पहुंचाने वाली भाषा चुनाव आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है, इसलिए मुख्यमंत्री के विरुद्ध आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज करने के साथ चुनाव प्रचार करने से रोक लगाई जाए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दो दिन पहले हरियाणा में गुडगांव लोकसभा क्षेत्र के रेवाडी जिले के कौसली कस्बे में एक चुनावी सभा को संबोधित किया था। कांग्रेस का आरोप है कि इस सभा में मुख्यमंत्री ने भगवान राम के नाम पर मतदाताओं से वोट मांगे और कांग्रेस के लोगों के लिए अमर्यादित शब्दों के उपयोग किया।
शनिवार को प्रदेश कांग्रेस के चुनाव आयोग संबंधी कार्यों के प्रभारी जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक शिकायती पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने कहा कि कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कौसली में जनसभा को संबोधित करते हुए धर्म के नाम पर वोट मांगे और कांग्रेस पार्टी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि राम मंदिर बनने पर खुशी तो जाहिर की, लेकिन उनकी छाती पर सांप लोट रहे थे, जब मंदिर बन गया तो कहने लगे कि हमारे राम, तुम्हारे राम। साथ ही अमर्यादित शब्दों का उपयोग किया है, जो आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्हें आगे प्रचार करने से रोकने के साथ आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया जाए।