नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बुधवार (10 जनवरी) को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. मुकेश अंबानी ने कहा कि जब पीएम मोदी बोलते हैं तो पूरी दुनिया सुनती है. वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का आयोजन राज्य की राजधानी गांधीनगर में हो रहा है, जहां व्यापार जगत के दिग्गज पहुंचे हुए हैं.
वाइब्रेंट गुजरात समिट के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन अंबानी ने समिट की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया. गुजरात वाइब्रेंट समिट का आयोजन मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान से ही हो रहा है. इस समिट की शुरुआत 2003 में हुई थी. पहले समिट में 700 डेलीगेट्स इसका हिस्सा बने थे, लेकिन अब इसमें हिस्सा लेने वाले डेलीगेट्स की संख्या 1 लाख से ज्यादा हो गई है
पीएम मोदी को बताया सबसे महान ग्लोबल लीडर
मुकेश अंबानी ने कहा, ‘मैं भारत के ‘प्रवेश द्वार’ के शहर मुंबई से आधुनिक भारत के विकास के ‘प्रवेश द्वार’ गुजरात तक आया हूं. मुझे गुजराती होने पर गर्व है, जब विदेशी लोग नए भारत के बारे में सोचते हैं, तो वे नए गुजरात के बारे में भी सोचते हैं. यह बदलाव कैसे हुआ? इस बदलाव की वजह एक नेता हैं, जो हमारे समय के सबसे महान ग्लोबल लीडर के रूप में उभरे हैं. इस नेता का नाम पीएम मोदी है, जो भारत के इतिहास में सबसे सफल पीएम हैं.’
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की बात करते हुए अंबानी ने कहा, ‘इस तरह का कोई भी अन्य समिट 20 सालों तक लगातार जारी नहीं रहा है. मगर ये समिट हर साल और भी ज्यादा मजबूत होता जा रहा है. ये पीएम मोदी की दूरदर्शिता और निरंतरता का नतीजा है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं उन कुछ भाग्यशाली लोगों में शामिल रहा हूं, जिन्होंने वाइब्रेंट गुजरात के हर समिट में हिस्सा लिया है.’
‘मोदी है तो मुमकिन है’- मुकेश अंबानी
रिलायंस चेयरमैन ने बताया कि विदेशों में जब मेरे दोस्त मुझसे पूछते हैं कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’ नारे का क्या मतलब है, जिसे लाखों भारतीय लगाते हैं. अंबानी ने कहा कि मैंने अपने दोस्तों को बताया कि इस नारे का मतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नामुमकिन चीजों को भी अपनी दूरदर्शिता और दृढ़ता से मुमकिन बना देते हैं. यही वजह है कि मेरे विदेशी दोस्त भी मेरी बातों से सहमत होते हुए कहते हैं- ‘मोदी है तो मुमकिन है’.