लोकसभा चुनाव 2024: पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने गुरदासपुर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़कर राजनीति में प्रवेश करने की मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है। 42 वर्षीय पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि उनका जुनून लोगों की मदद करना है। उन्होंने ‘यूवीकैन’ फाउंडेशन के माध्यम से अपने प्रयासों के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। युवराज सिंह ने ट्वीट किया, ‘मीडिया रिपोर्ट्स के विपरीत, मैं गुरदासपुर से चुनाव नहीं लड़ रहा हूं।’
उन्होंने लिखा- ‘मेरा जुनून विभिन्न क्षमताओं में लोगों का समर्थन करने और उनकी मदद करने में निहित है और मैं अपनी फाउंडेशन के माध्यम से ऐसा करना जारी रखूंगा। आइए अपनी क्षमताओं के साथ मिलकर बदलाव लाना जारी रखें।’ YouWeCan फाउंडेशन कैंसर रोगियों की मदद करता है। 2011 वनडे विश्व कप के बाद जब युवराज सिंह ने अमेरिका में जाकर अपने कैंसर का इलाज कराया था। इसी के बाद उन्होंने अपने फाउंडेशन की शुरुआत की जो कैंसर पीड़ित लोगों की मदद करता है।
कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि युवराज सिंह भाजपा के टिकट पर गुरदासपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। वहां के मौजूदा सांसद सनी देओल के उस सीट फिर से चुनाव लड़ने की संभावना बेहद कम है। युवराज सिंह और उनकी मां शबनम सिंह की हाल में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से हुई मुलाकात के बाद क्रिकेटर के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई थीं।
गुरदासपुर से सेलिब्रिटी उम्मीदवारों को उतारने के भाजपा के इतिहास ने भी युवराज सिंह की उम्मीदवारी के बारे में अफवाहों को हवा में लाने में मदद की। 2019 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े सनी देओल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के मौजूदा सांसद सुनील जाखड़ को हराया था। जाखड़ मई 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे।
कुछ दिन पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सनी देओल की ‘अनुपस्थिति’ को लेकर उन पर निशाना साधा था और उन्हें याद दिलाया था कि राजनीति का मतलब है लोगों की सेवा करना और चौबीसों घंटे उपलब्ध रहना है। देओल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि गुरदासपुर से निर्वाचित होने के बावजूद भाजपा सांसद पठानकोट की भौगोलिक स्थिति से अवगत नहीं हैं। मान ने कहा छा कि राज्य से बहुत से समर्पित नेता हैं जो समर्पण और उत्साह के साथ राज्य की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को बाहर के लोगों द्वारा चुने गए पैराशूट नेताओं का चयन करने के बजाय इन नेताओं को वोट देना चाहिए।
युवराज ने भारत को जिताए दो वर्ल्ड कप
वहीं, युवराज 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। उन्हें 2011 विश्व कप के लिए ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ अवॉर्ड भी दिया गया था। युवी ने साल 2000 में केन्या के खिलाफ नैरोबी में अपना वनडे डेब्यू किया था। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। साल 2019 में युवी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया था।