चंडीगढ़ )। हरियाणा के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री अनिल विज ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में जितने भी राज्य सरकार मेडीकल कालेज बनाएगी, उनमें नर्सिंग कालेज भी बनाया जाए।
विज बुधवार को हरियाणा विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान विधायकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि देश व विदेशों में नर्सों की बहुत ही आवश्यकता हैं लेकिन गुणवत्तापरक नर्सें नहीं बन पा रहीं। अब सरकार ने छह नर्सिंग कालेज व सरकारी अस्पतालों में बनाने के लिए मंजूरी दी गई है क्योंकि नर्सें वहां पर अच्छी प्रकार से प्रशिक्षित होती हैं।
विज ने कहा कि नर्सिंंग कालेजों की तरफ काफी ध्यान दिया जा रहा है, पहले नर्सिंग कालेज एक-एक कमरे में खोले गए थे। इस प्रकार की दुकानें चल रही थीं, जिन्हें बंद करने का काम किया गया हैं। उन्होंने बताया कि नर्सिंग के लिए एक नीति बनाई गई है जिसके तहत कम से कम एक सौ बिस्तर का एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल होना चाहिए या वह कालेज सरकारी अस्पताल के साथ संलग्न होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि राजकीय नर्सिंग कालेज सादत नगर, रेवाडी अभी निर्माणाधीन हैं और निर्माण कार्य 88 प्रतिशत पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य पूर्ण होने एवं कालेज भवन चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग को हस्तांरित होने के उपरांत कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। विज ने कहा कि कालेज निर्माण के संबंध हुई देरी के बारे में पूछा जाएगा कि कालेज निर्माण में देरी क्यों हुई। उन्होंने कहा कि अभी इस कालेज का 12 प्रतिशत कार्य शेष है और उसके बाद फर्नीचर इत्यादि का कार्य भी होना है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि भिवानी का चिकित्सा महाविद्यालय राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की मंजूरी के उपरांत मेडीकल कॉलेज के शैक्षणिक सत्र 2024-25 में शुरू होने की संभावना है। इसके पश्चात दाखिले आरंभ कर दिये जाएंगें और कक्षाएं शुरू हो जाएंगी।