रायबरेली: पूरी रात शादी की शहनाइयां बज रही थी, मंगलगीत गाती महिलाएं खुशी से झूम रही थी। हर तरफ उल्लास का माहौल था। अचानक ऐसा हुआ कि सारी खुशियां काफूर हो गई। गीत गाने वाली महिलाएं चीखने चिल्लाने लगी। इससे पहले कि कोई कुछ कर पाता बारात आए एक अधेड़ की मौत हो चुकी थी। सबकुछ इतना अचानक हुआ कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया।
मामला कोतवाली क्षेत्र के गांव किरवाहार मजरे सांवापुर नेवादा का है। मंगलवार को गांव के राजकुमार लोधी की पुत्री रानी की शादी थी, जिसके लिए गदागंज थाना क्षेत्र के गांव चबैनीहार से बारात आई हुई थी। इस बारात में डलमऊ से राम जियावन आए थे। रात भर शादी की रस्मों के बीच नाच गाना होता रहा। बाराती भी शादी की खुशियों में झूम रहे थे। पूरी रात रस्में निभाई गई। प्रातःकाल जब शादी संपन्न हो गई और महिलाएं मंगलगीत गा रही थी, तभी अचानक राम जियावन के सीने में दर्द हुआ।उन्होंने साथी बारातियों को अपनी पीड़ा बताई। तत्काल एक कार से उनको अस्पताल ले जाने की तैयारी हो रही थी कि उन्होंने दम तोड़ दिया। अचानक हुई अधेड़ की मौत से पूरा माहौल बदल गया। कुछ पल पहले जो महिलाएं मंगलगीत गा रही थी, वह रोने बिलखने लगी। पूरा खुशियों का माहौल मातम में बदल गया।बारात की बैंड पार्टी खामोश हो गई। हर तरफ अफरा तफरी मच गई। उसके बाद शव को लेकर लोग मृतक के घर के लिए रवाना हो गए। अचानक घटी इस घटना से हर कोई हतप्रद था। शव को भेजने के बाद शादी की शेष बची रस्मों की औपचारिकता पूरी की गई। दोपहर वधू की बिदाई की रस्म भी हुई।