देहरादून । मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान के दौरान मतदान कार्मिकों और मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मौसम खराब होने और गर्मी और लू से बचाव को लेकर संबंधित विभाग से सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य महानिदेशक को मतदान के लिए गर्भवती महिलाओं के लिए डोली की व्यवस्था करने को कहा।मंगलवार को सचिवालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक की। इस दौरान बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से मार्च से जून माह तक लू से बचाव के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों एवं प्रथम चरण में हो रहे निर्वाचन को देखते हुए मैदानी जनपदों में लू से बचाव के लिए शहरी विकास विभाग एवं जल संस्थान सहित अन्य सभी विभाग आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि विशेषकर उत्तराखण्ड के तीन मैदानी जनपदों देहरादून, उधमसिंह नगर और हरिद्वार में लू से बचाव के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने मतदान केन्द्रों पर शेड,पानी,कूलर,पंखों आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। मौसम विभाग की ओर से जारी भविष्यवाणी के अनुसार पर्वतीय जनपदों में मतदान कार्मिकों को आवश्यक रूप से गर्म कपडे़ साथ रखने व कार्मिकों के रुकने वाले स्थलों में बिस्तर आदि की व्यवस्था समुचित रूप से सुनिश्चित करा ली जाए।
मतदान प्रतिशत को बढ़ाने पर जोर, गर्भवती महिलाओं के लिए डोली-
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रदेश में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक को गर्भवती महिलाओं के लिए डोली आदि की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी विभागाध्यक्षों को मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग एवं सीईओ उत्तराखण्ड के सोशल मीडिया हैंडल को लगातार फॉलो करने की भी बात कही, ताकि मतदाता अधिक से अधिक मतदान करने के लिए जागरूक हों।इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे, अपर सचिव शहरी विकास नितिन भदौरिया, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल सहित मौसम विभाग,जल संस्थान, स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।