रायपुर । वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि वनवासियों को वन विभाग की योजनाओं और कार्यक्रमों को तेजी से लाभान्वित करने के लिए अधिकारी 100 दिन की कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने वन विभाग के वनाधिकार पट्टा वितरण, इको टूरिज्म, देवगुड़ी संरक्षण, मिशन-बी, मानव-हाथी द्वंद रोकने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए। वे मंगलवार की देर शाम को नवा रायपुर स्थित अरण्य भवन में विभागीय कामकाज की समीक्षा कर रहे थे।
वन मंत्री कश्यप ने कहा कि वनवासी भोले-भाले होते हैं। उनसे संबंधित प्रकरणों को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुना जाए और उनकी समस्याओं का उचित निराकरण किया जाए। विभागीय योजनाओं का पात्र लोगों को लाभ मिले यह सुनिश्चित करें। संचालित सभी विभागीय कार्य गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें और गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि वनोपज वनवासियों से सीधा जुड़ा मुद्दा है। यह उनके जीवन का आधार है। वनवासियों को उनके द्वारा संग्रहित वनोपज का सही दाम मिले। यह सुनिश्चित किया जाए। सभी लोग वनवासियों के हित के लिए कार्य करें, जिससे उन्हें सभी योजनाओं का लाभ मिल सके। इस अवसर पर वनमंत्री केदार कश्यप ने छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के वार्षिक कैलेण्डर का भी विमोचन किया।
बैठक में वन विभाग के अधिकारियों ने इस मौके पर विभागीय योजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव वन मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वनबल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव सहित प्रधान मुख्य संरक्षक वन्य प्राणी सुधीर अग्रवाल, महाप्रबंधक वन विकास निगम तपेश झा, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ अनिल राय और सचिव वन अनिल साहू सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।