नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एवं राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ शाम नवनिर्मित प्रेरणा स्थल (बीजी-7, संविधान सदन के सामने) का लोकार्पण करेंगे।
इस दौरान लोक सभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति एवं संसदीय कार्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में राज्य सभा एवं लोक सभा के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है। लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान शिलापट्ट के अनावरण के पश्चात गण्यमान्यजन प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
लोकसभा सचिवालय के अनुसार संसद भवन परिसर के अंदर देश के महापुरुषों एवं महान स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाएं स्थापित हैं। उनका हमारे देश के इतिहास में, हमारी संस्कृति में, हमारे स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ये प्रतिमाएं परिसर में अलग अलग स्थानों पर स्थित थीं, जिससे आगंतुकों को इनके दर्शन करने में कठिनाई होती थी। इसके मद्देनजर संसद भवन परिसर के अंदर इन प्रतिमाओं को एक ही स्थान पर स्थापित करने के उद्देश्य से प्रेरणा स्थल का निर्माण किया गया है ताकि संसद भवन परिसर में आने वाले विशिष्ट व्यक्ति एवं अन्य आगंतुक इन प्रतिमाओं का एक निश्चित स्थान अर्थात प्रेरणा स्थल पर सुविधाजनक रूप से दर्शन कर सकें। उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दे सकें।
प्रतिमाओं के समीप नयी टेक्नोलॉजी के माध्यम से उन महापुरुषों की जीवनगाथा, उनके सन्देश को भी आगंतुकों के लिए उपलब्ध कराने की कार्य योजना बनायी गयी है ताकि सभी को उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा मिले। इसके पहले भी संसद के नए भवन के निर्माण कार्य के दौरान महात्मा गांधी, मोतीलाल नेहरू एवं चौधरी देवी लाल की प्रतिमाएं परिसर में ही अन्यत्र स्थानांतरित की गई हैं।
‘प्रेरणा स्थल’ पर प्रतिमाओं के आसपास ‘लॉन’ एवं पुष्प वाटिकाओं का निर्माण किया गया है। यहां गण्यमान्य व्यक्ति एवं आगंतुक उन्हें सुगमतापूर्वक अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे और क्यूआर कोड के माध्यम से उपलब्ध उनकी जीवनगाथा से प्रेरणा भी ले सकेंगे।