बीकानेर । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। शर्मा के स्पष्ट निर्देश हैं कि आमजन को इन सेवाओं का अधिकतम लाभ मिले। इसके मद्देनजर प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल से लेकर प्रत्येक जिले के दूरस्थ गांव स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र तक नॉर्म्स के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनुपालना में बीकानेर में भी चिकित्सा संस्थानों की सूरत बदलने के प्रयास सफल साबित हुए हैं। शहर के एसडीएम राजकीय जिला चिकित्सालय में इसका असर दिखने लगा है। चिकित्सालय में गत वर्षों की तुलना में ओपीडी में 2, आईपीडी में 5 और मेजर ऑपरेशन में 72 प्रतिशत तक वृद्धि आंकी गई है। गत छह महीनों में आईपीडी मरीजों के चिरंजीवी पैकेजों में 65 और क्लेम में 35 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई है।
अस्पताल अधीक्षक डाॅ. सुनील हर्ष ने बताया कि ओपीडी और आईपीडी रोगी भार को देखते हुए दवाओं के सब स्टोर खोलने के लिए एक करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। तीन साल पूर्व निर्मित अस्पताल के एसएनसीयू और एमएनसीयू वार्ड को अतिरिक्त स्टाफ लगाकर प्रारम्भ किया गया है। स्त्री रोग विभाग में ऑपरेशन थिएटर को पुनः चालू करवाते हुए सिजेरियन एवं सहित बच्चेदानी के ऑपरेशन की सुविधा प्रारम्भ करवाई गई है। चिकित्सालय के आईएलआई विभाग का स्थानांतरण कर दिया गया है, जिससे मरीजों को जल्दी सुविधा मिल रही है। अस्पताल के सामने पीडब्ल्यूडी के माध्यम से नया पार्किंग एरिया विकसित किया गया है।
सरकार स्तर पर प्राप्त सुविधाओं के अलावा भामाशाहों को भी सुविधा विस्तार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके तहत अस्पताल को नई एक्सरे और ईसीजी मशीन प्राप्त हुई है। सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज से सम्बद्ध जिला अस्पताल में काॅलेज द्वारा सोनोग्राफी की नई मशीन उपलब्ध करवाई गई है। इससे गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को लाभ मिल रहा है।
मरीजों की सुविधा के लिए नए सैम्पल कलेक्शन एरिया में टीनशेड और वेटिंग एरिया दानदाताओं के सहयोग से विकसित किया गया है। चिकित्सालय लेब की मरम्मत और नवीनीकरण पीडब्ल्यूडी और दानदाताओं की मदद से करवाया जा रहा है। रोटरी क्लब के सहयोग से शिशु रोग ओपीडी, अस्थि रोग ओपीडी एवं इमरजेंसी ओपीडी का कायाकल्प किया गया है। चिकित्सालय के सर्जरी विभाग, नेत्र विभाग, आर्थो विभाग एवं स्त्री रोग विभाग में मरीजों की सुविधा को लिए माइनर ओटी का निर्माण करवाया गया है।