धर्मशाला। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सूचना और अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग द्वारा 11वें पंचेन लामा की 35वीं जयंती के मौके पर वीरवार को मैक्लोड़गंज स्थित मुख्य बौद्ध मठ चुगलाखांग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी तिब्बतियों के 11वें पंचेन लामा के जन्मदिवस पर उन्हें याद कर चीन से उन्हें रिहा करने की आवाज बुलंद की जाएगी। गौरतलब है कि तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के बाद 11वें पंचेन लामा को दूसरे सबसे बड़े गुरू की मान्यता है। धर्मगुरू दलाई लामा ने खुद वर्ष 1995 में गेदुन चोयकी नीमा को छह साल की आयु में 11वें पंचेन लामा के रूप में मान्यता प्रदान की थी।
छह साल की उम्र में 1995 में रहस्मयी परिस्थितियों में लातपा हुए थे 11वें पंचेन लामा
11वें पंचेन लामा गेदुन चोयकी नीमा का चीन द्वारा 17 मई, 1995 को अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद से उनकी कोई जानकारी नही मिल पाई थी। इससे महज तीन दिन पूर्व 14 मई, 1995 को तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा ने गेधुन चोयकी नीमा को 11वें पंचेन लामा के रुप में मान्यता दी थी। इसके तीन दिन के बाद ही 17 मई, 1995 से छह वर्षीय गेधुन व उनके परिजन रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हैं। 28 मई 1996 तक तो यह भी पता नहीं चल सका कि गेधुन व उसके परिजनों का किसने अपहरण किया, लेकिन जब इस मामले को संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के अधिकारों के लिए गठित कमेटी ने उठाया तो पता चला कि चीन ने ही उन्हें बंदी बनाया हुआ है। चीन का मानना है कि दलाई लामा द्वारा घोषित पंचेन लामा को लेकर बुद्ध संप्रदाय के लोगों में भारी रोष पनप रहा था, इसी के चलते उन्हें सेना को भेजना पड़ा। इसके बाद से पंचेन लामा व उनके परिजनों के बारे में ऐसी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई थी कि वे कहां हैं। इसी बीच 29 नवंबर, 1995 को चीन ने एक अन्य ग्यालसन नोरबू को पंचेन लामा घोषित कर दिया। गेधुन चोयकी नीमा अब 35 वर्ष के हो चुके हैं, जबकि उन्हें तिब्बती समुदाय में धर्मगुरु दलाई लामा के बाद दूसरे नंबर पर सबसे बड़ा गुरु माना जाता है।
धर्मगुरू ने 11वें पंचेन लामा के जीवित होने का किया था खुलासा
तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने करीब छह वर्ष पूर्व खुलासा किया था कि 11वें पंचेन लामा जीवित हैं। उन्होंने कहा था कि विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक 11वें पंचेन लामा जीवित हैं और सामान्य शिक्षा ले रहे हैं। लेकिन उससे ज्यादा उनके बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया।