किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ही जरूरी अंग है। हल्की सी भी प्रॉब्लम को नजरअंदाज करना किडनी डैमेजिंग की वजह बन सकता है। हालांकि किडनी से जुड़ी समस्याओं का इतनी जल्दी पता भी नहीं चलता। इसलिए इसके लक्षणों के बारे में जानना जरूरी है, जिससे आप समय रहते इसकी पहचान कर सकें। वैसे तो कुछ आदतें हैं जिन्हें अपनाकर आप किडनी की समस्याओं से बचे रह सकते हैं। आइए जान लेते हैं इनके बारे में।
किडनी को हेल्दी रखने के लिए रोजाना 3 से साढ़े तीन लीटर तक लिक्विड लेना चाहिए। इसमें सिर्फ पानी पीना ही जरूरी नहीं, बल्कि और भी दूसरे तरह लिक्विड्स जैसे- नारियल पानी, फलों का जूस, दूध, नींबू पानी या ग्रीन टी ले सकते हैं। अगर डायलिसिस पर हैं तो डॉक्टर से कंसल्ट करें कि कितना पानी पीना शरीर के लिए सही रहेगा।
सर्दियों में पानी पीना थोड़ा कम हो जाता है, लेकिन फिर भी पूरी कोशिश करें 7 से 8 गिलास पानी पीने का।
अगर किडनी हेल्दी है, तो रोजाना औसतन डेढ़ से दो लीटर यूरिन शरीर से बाहर निकलता है।
किडनी में किसी भी तरह की खराबी होने पर फिल्टरेशन का प्रोसेस बाधित होता है। जिसका असर आंखों के आसपास और पैरों में सूजन के रूप में नजर आता है, तो अगर आपको इन जगहों पर सूजन नजर आए, तो डॉक्टर से सलाह लेने में देर न करें।
किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम होने पर शरीर में नजर आते हैं ये लक्षण
भूख कम लगना
वजन तेजी से कम होना
आंखों के नीचे, हाथों और पैरों में सूजन आना
खून की कमी होना
यूरिन में ब्लड आना
स्किन ड्राई होना और खुजली होना
बार-बार यूरिन आना
यूरिन में झाग बनना