धनिए का इस्तेमाल अमूमन भारतीय घरों में किया ही जाता है। कभी अपने खाने को गार्निश करने के लिए तो कभी स्वाद बढ़ाने के लिए चटनी के रूप में इसका सेवन किया जाता है। हालांकि, धनिया सिर्फ खाने की रंगत या स्वाद ही नहीं बढ़ाता है, बल्कि इसे सेहत के लिए भी उतना ही गुणकारी माना गया है। कई तरह के पोषक तत्वों से युक्त धनिया अलग-अलग तरह की बीमारियों में फायदेमंद है। खासतौर से, अगर किसी व्यक्ति को थॉयराइड की समस्या है तो उसके लिए धनिया बेहद ही फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे हार्मोन को रेग्युलेट करने से लेकर अन्य कई लाभ मिल सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि थॉयराइड के मरीजों के लिए धनिया किस तरह फायदेमंद है-
होते हैं कई पोषक तत्व
धनिया में कई आवश्यक विटामिन और खनिजों पाए जाते हैं। मसलन, इसमें विटामिन सी, विटामिन के, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये पोषक तत्व आपकी ओवर ऑल हेल्थ को सपोर्ट करते हैं। इससे आपके थॉयराइड फंक्शन को भी रेग्युलेट होने में काफी मदद मिलती है।एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रोपर्टीज
धनिया में कुछ ऐसे कंपाउंडस होते हैं, जिनमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रोपर्टीज पाई जाती हैं। इसकी वजह से इसके सेवन से थॉयराइड ग्लैंड में इन्फ्लेमेशन कम होती है। इस तरह कहीं ना कहीं थॉयराइड डिसऑर्डर से जुड़े लक्षणों को कम किया जा सकता है।
पाए जाते हैं एंटी-ऑक्सीडेंट
धनिया में कुछ एंटी-ऑक्सीडेंट्स, जैसे फ्लेवोनोइड और बीटा-कैरोटीन आदि भी पाए जाते हैं। ये सेल्स को फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं। जिससे कारण थॉयराइड विकारों के जोखिम को कम करने में काफी मदद मिल सकती है।
तनाव होता है कम
धनिया में ऐसे कुछ कंपाउंड्स होते हैं जिनका नर्वस सिस्टम पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इससे नर्वस सिस्टम शांत होता है। यह ना केवल आपकी बॉडी को अधिक रिलैक्स फील करवाता है, बल्कि इससे थॉयराइड के मरीजों को भी लाभ मिलता है।