कानपुर : फास्ट फूड से न सिर्फ पेट की बीमारियां हो रही हैं, बल्कि इनके सेवन से दांत भी समय से पहले कमजोर हो रहे हैं। बची कसर गुटखा व तंबाकू पूरी कर दे रहे हैं।
हैलट अस्पताल के दंत रोग विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन सौ मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमें 40 से 50 मरीज दांतों में गंदगी की समस्या से ग्रस्त होते हैं। इनमें युवा और महिलाएं भी शामिल हैं। दंत विभाग के सहआचार्य डॉ. शिशिरधर ने बताया कि फास्ट फूड के अधिक सेवन से दांतों पर असर पड़ रहा है।
अधिकांश लोग खाने-पीने के बाद ब्रश नहीं करते हैं, जिससे फास्ट फूड दांतों में चिपककर उनको कमजोर करता है। दांतों की सही से सफाई नहीं करने और दांतों में गंदगी जमी रह जाने से पायरिया व कैविटी जैसी समस्या भी हो जाती है। गुटखा खाने वाले लोगों में भी दांतों की समस्या बढ़ी है क्योंकि कई लोग रात में गुटखा खाने के बाद बिना मुंह साफ किए सो जाते हैं।
गुटखा खाने से दांत घिसते हैं, ठंडा पानी लगने लगता है और जबड़े के जोड़ में दर्द की शिकायत शुरू हो जाती है। ठीक से ब्रश नहीं करना, फास्टफूड का अत्यधिक सेवन और गुटखा खाने की वजह से युवाओं के दांत कम उम्र में कमजोर हो रहे हैं।
सब्जी और फल दांतों के लिए अच्छे
डॉ. शिशिरधर ने बताया कि रोजाना सुबह और शाम दोनों समय ब्रश करना जरूरी है। ब्रश करने का तरीका गोलाकार है यानि ब्रश को चारों ओर घुमाते हुए करना चाहिए। छह महीने में ब्रश बदल देना चाहिए। कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करें। दांतों के लिए कुरकुरी सब्जी और फल फायदेमंद होते हैं, जो दांतों को मजबूती देने का काम करते हैं।