बेगूसराय । केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को बिहार में छुट्टी देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है। अपने संसदीय क्षेत्र के पांच दिवसीय दौरे पर आए गिरिराज सिंह ने विपक्ष पर जोरदार प्रहार किया है।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि 22 जनवरी को अयोध्या में सिर्फ रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा ही नहीं, हिंदू धर्म का पुनर्जागरण हो रहा है। भारत सरकार ने आधे दिन की छुट्टी दी है। बिहार हिंदू बहुल्य राज्य है। हिंदुओं की भावना को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 22 जनवरी को छुट्टी घोषित करें। इसके साथ ही मांस और मदिरा के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सभी रूप से बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाएं।
नीतीश कुमार को 72 साल की उम्र में खुद को श्री राम के चरणों में समर्पित कर देना चाहिए और बिहार की प्रगति के लिए भगवान राम से प्रार्थना करनी चाहिए। बिहार में सभी के लिए एक दिन की छुट्टी उनकी श्रद्धा का प्रतीक होगा। यह भाव जश्न मनाने वालों के लिए दिन के महत्व का सम्मान करेगा और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देगा।
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर एवं प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किए जा रहे चर्चा पर गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस को अयोध्या में बने राम मंदिर से नहीं, नरेन्द्र मोदी से दिक्कत है। कांग्रेस को दो बार मौका मिला था, 1947 में आजादी के बाद और जिस दिन ढांचा गिरा था उस दिन। जब ढांचा गिरा तो कांग्रेस ने तीन राज्य की सरकार को बर्खास्त कर दिया।
अगले दिन कांग्रेस ने कहा था कि मस्जिद बनाई जाएगी। अगर मंदिर बन गया होता तो आज मंदिर बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। भाजपा शुरू से ही मंदिर बनाने के लिए लड़ाई लड़ रही है। भाजपा के घोषणा पत्र में भी इसकी चर्चा है। भारत के अस्मिता का सवाल मंदिर बनाने को लेकर हमने कहा था कि रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे और आज हमने मंदिर बना दिया।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन स्वार्थ का है। जहां-जहां स्वार्थ की टकराहट हो रही है, वहां गल्लम गलौज हो रही है। बंगाल में कांग्रेस और तृणमूल आपस में लड़ रही है तो यही हाल यूपी में भी है। कांग्रेस वेंटीलेटर पर है या कहां है, यह तो उन्ही के नेताओं को ही पता है। भाजपा पूरे देश में लोकसभा चुनाव की तैयारी कर चुकी है। जिनको वन-टू-वन करना है, वह जानें।
देश की एक तिहाई से अधिक जनता ने नरेन्द्र मोदी को ही अगला प्रधानमंत्री भी मान लिया है। सभी गरीब और पिछड़े चाहते हैं कि नरेन्द्र मोदी ही एक बार और प्रधानमंत्री बनें। राहुल गांधी के सत्ता सुख भोगने का समय चला गया है। वह असम के मुख्यमंत्री को गाली दे रहे हैं। जिस समय असम में हत्या हो रही थी, मार काट हो रहा था, उसे समय राहुल गांधी कहां थे।