नई दिल्ली: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाने पर लिया है। केंद्रीय मंत्री ने राहुल को यूपीए सरकार और नरेंद्र मोदी सरकार के 10 वर्षों में किए गए काम के बीच अंतर पर बहस करने की चुनौती दी है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी भाजपा के साधारण कार्यकर्ताओं के सामने भी नहीं टिक पाएंगे।
स्मृति ईरानी का राहुल गांधी को चुनौती
नागपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित नमो युवा महासम्मेलन को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, “अगर मेरी आवाज राहुल गांधी तक पहुंच रही है तो उन्हें अपने कान खोलकर सुनना चाहिए। यूपीए सरकार और नरेंद्र मोदी सरकार के 10 वर्षों में किए गए काम के बीच के अंतर पर एक बहस हो जाए।” उन्होंने यह दावा भी किया कि अगर वह यह चर्चा राहुल गांधी के साथ करना चाहेंगी तो राहुल इस बहस में शामिल नहीं होंगे। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि राहुल भाजपा के सामान्य कार्यकर्ताओं के सामने भी टिक नहीं पाएंगे।
भाजपा ने अपने तीन प्रमुख वादों को पूरा किया: स्मृति ईरानी
इस महासम्मेलन में स्मृति ईरानी ने कहा, मैं गारंटी देती हूं कि राहुल गांधी के सामने अगर युवा मोर्चा का एक कार्यकर्ता भी बोलना शुरू कर दे तो वह (राहुल) बोलने की ताकत खो देंगे। स्मृति ईरानी ने बताया कि इन 10 वर्षों में भाजपा ने अपनी घोषणापत्र में किए तीन प्रमुख वादों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि घोषणापत्र में जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा खत्म करने वाले अनुच्छेद 370 को हटाना, विधायिका में महिला आरक्षण और राम मंदिर का निर्माण ये तीन प्रमुख वादे थे, जिन्हें भाजपा ने पूरा किया है।
अमेठी से फिर एक बार चुनाव लड़ेंगी स्मृति ईरानी
गौरतलब है कि भाजपा की तरफ से लोकसभा चुनावों में 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी गई है। यूपी की हाई प्रोफाइल सीट मानी जाने वाली अमेठी से एक बार फिर से स्मृति ईरानी ही भाजपा से अपनी किस्मत आजमाएंगी। इस सीट पर उन्होंने 2019 के चुनावों में राहुल गांधी को चुनाव में हराया था। हालांकि, राहुल केरल के वायनाड सीट से चुनाव जीतकर सांसद बनने में सफल रहे थे।