लखनऊ । कांग्रेस पार्टी इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वाराणसी संसदीय सीट से सांसद रहे डा. राजेश मिश्रा ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया। डा. राजेश मिश्रा को भाजपा केन्द्रीय कार्यालय में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह व पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई गयी।
डा. राजेश मिश्रा के अचानक कांग्रेस छोड़कर चले जाने से कांग्रेसी खेमे में बेचैनी बढ़ गयी है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन है। सपा-कांग्रेस गठबंधन में वाराणसी संसदीय सीट कांग्रेस के खाते में गयी है। कांग्रेस वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने मजबूत प्रत्याशी उतारने की तैयारी में थी। ऐसे में राजेश मिश्रा के अचानक भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस पार्टी की रणनीति को जबर्दस्त झटका लगा है। ऐसे में कांग्रेस को अब नये सिरे से चुनावी बिसात बिछानी पड़ेगी। क्योंकि कांग्रेस पार्टी वाराणसी संसदीय सीट से डा. राजेश मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाने की तैयारी में थी। पाला बदलने से डा.राजेश मिश्रा मोदी के सामने बलि का बकरा बनने से बच गये।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है दूसरे दलों के नेता मोदी के नेतृत्व में काम करने के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं।