वाराणसी )। महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में शिवभक्तों ने दर्शन पूजन का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया। महापर्व पर भोर में मंगला आरती से देर रात तक दस लाख सात हजार 190 श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए।
महापर्व पर बाबा की मंगला आरती रात 2.30 से तड़के 3.15 मिनट तक चली। 3.30 से मंदिर का पट आम शिवभक्तों के लिए खुल गया। इसके बाद मध्यान्ह 12 बजे से 12.30 बजे तक भोग आरती हुई। इसके बाद रात 9.30 पर शंख बजते ही प्रथम प्रहर की आरती रात दस बजे से रात्रि 12.30 बजे तक हुई। इस दौरान दरबार में झांकी दर्शन का अनवरत सिलसिला भी चलता रहा।
इसके बाद बाबा के गर्भगृह में रात 1.30 से रात्रि 2.30 बजे तक दूसरे प्रहर की आरती, शनिवार तड़के 3.30 से 4.30 तक तीसरे प्रहर की आरती, चौथे प्रहर की आरती शनिवार को प्रात:05 से 6.15 तक हुई। इस दौरान बाबा का झांकी दर्शन चलता रहा। बाबा दरबार में पहुंचने के बाद तो भक्तों का उत्साह देखते बन रहा था।
चौथे प्रहर की आरती के बाद भी लाखों लोग पांचों गेट पर दर्शन पूजन के लिए कतारबद्ध दिखे। महापर्व पर मंगला आरती के बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कतारबद्ध शिवभक्तों पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाकर स्वागत किया। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए धाम परिसर में चारों ओर बैरिकेडिंग की गई थी। जगह- जगह स्थानों पर पेयजल चिकित्सा की टीमें तैनात रही।