उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की लड़ाई बेहद दिलचस्प होती जा रही है. वरुण गांधी के सपा से चुनाव लड़ने की खबरों के बीच अखिलेश यादव ने बुधवार को पीलीभीत से सपा प्रत्याशी घोषित कर दिया, जिसके बाद तमाम कयासों पर विराम लग गया. हालांकि वरुण गांधी के सपा में एंट्री का चांस अभी खत्म नहीं हुआ है. पाटीं की ओर से ऐसे संकेत मिले हैं.
बुधवार को समाजवादी पार्टी ने अपनी नई सूची जारी की, जिसमें पीलीभीत से भगवत सरन गंगवार को प्रत्याशी बनाया, जिसके बाद वरुण गांधी के सपा से चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया, लेकिन अब भगवत सरन गंगवार ने ही ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद वरुण गांधी को लेकर फिर कयास लगने लगे हैं.
सपा प्रत्याशी ने दिए संकेत
पीलीभीत से सपा प्रत्याशी बनने के भगवत सरन ने कहा कि “अगर वरुण गांधी सपा में शामिल हुए तो मैं अपनी सीट वरुण के नाम पर छोड़ने को तैयार हूँ.” उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद को अपनी पहली प्राथमिकता बताया. इस बीच जब उनसे सवाल किया गया कि अगर वरुण गांधी को भाजपा से टिकट नही मिला और उन्होंने सपा से टिकट मांगा तो वो क्या करेंगे. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अगर हाई कमान ने उन्हें टिकट दिया तो वो अपनी सीट खुशी खुशी छोड़ देंगे.
पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही थी कि अगर भारतीय जनता पार्टी वरुण गांधी का टिकट काट देती है तो वरुण समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. सपा की ओर से कई बार ऐसे संकेत भी मिले. सपा महासचिव और सांसद प्रो राम गोपाल यादव ने भी वरुण के सवाल पर कहा था कि अगर बीजेपी उनका टिकट काटती है सपा उन्हें चुनाव लड़ने पर विचार करेगी. हालांकि अभी तक उनसे कोई बात नहीं हुई है.
वहीं दूसरी तरफ वरुण गांधी ने निजी सचिव को भेजकर बुधवार को नामांकन पत्र के चार सेट मंगा लिए हैं. जिसके बाद ये तय है वरुण गांधी पीलीभीत से ही चुनाव लड़ेंगे. अगर बीजेपी से उनका टिकट कटा तो वो निर्दलीय ही मैदान में उतरेंगे. ऐसे में सपा-कांग्रेस उन्हें समर्थन देगी या नहीं ये देखने वाली बात होगी.