जबलपुर । लोकसभा चुनाव के जबलपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिनेश यादव ने बुधवार को राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और पूर्व मंत्री विधायक लखन घनघोरिया, पूर्व विधायक संजय यादव,नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा सहित सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन दाखिल किया। स्थानीय केसरवानी कॉलेज गढाफाटक से शुरू हुई नामांकन रैली में भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित हुए। शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई नामांकन रैली कलेक्ट्रेड पहुंची जहां प्रत्याशी दिनेश यादव ने नामांकन दाखिल किया।
नामांकन रैली में पहुंचे राज्यसभा सदस्य एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तंखा ने कहा कि आप कितनी भी कोशिश कर ले भारत कभी कांग्रेस मुक्त नहीं हो सकता। अगर कांग्रेस मुक्त भारत होगा तो विपक्ष में कोई नहीं होगा। इसका मतलब तो सिर्फ यह होगा कि आने वाले चुनाव में सिर्फ एक ही पार्टी रह जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बार विपक्षी पार्टी को सत्ता पर आने का अवसर दें, और एक नए भारत की शुरुआत देखें। देश में प्रजातंत्र को बचाने जनता को अब विपक्ष पार्टी के साथ खड़ा होना होगा। उन्होंने कहा कि देश में इमरजेंसी के दौरान एक ऐसा समय था जब प्रजातंत्र चुप था,लेकिन बाद में उन्होंने जनतंत्र में अपनी शक्ति दिखाई थी।
पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया से पूछा गया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव तो जबलपुर लोकसभा सीट 5 लाख वोटो से जीतने का दावा कर रहे हैं। इस पर का पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने कहा कि क्या जबलपुर लोकसभा सीट हारने के बाद मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफ़ा देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में दिनेश यादव का नाम सामने आने के बाद भाजपा को भी हारने का एहसास होने लगा है।
मीडिया कर्मियों द्वारा छिंदवाड़ा सीट पर हार-जीत की स्थिति में श्रेय लेने की बात पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि जो हारता है वह जिम्मेदारी लेता है,और जो जीतता है उसे श्रेय भी मिलता है। पूर्व मंत्री घनघोरिया ने कहा कि हम वो लोग हैं, जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी। इसलिए हम इन नामुरादों से डरते नहीं है। उन्होंने कहा कि ना हम जीत पर इतराते हैं, और ना ही हार पर इतराते हैं।