वाराणसी । आध्यात्मिक पहचान रखने वाली तीर्थ नगरी काशी में ईद पर्व पर गुरुवार को नमामि गंगे ने गंगा आरती करके मुस्लिम भाइयों को गंगा स्वच्छता से जोड़ा। चौसट्टी घाट पर गंगा आरती करके गंगा जमुनी तहजीब का संदेश दिया। घाट पर गंगा की तलहटी में पड़ी गंदगी को समेट कर कूड़ेदान तक पहुंचाया। गौरतलब है कि गंगा आरती कई मायनों में समूचे विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देने में सफल रही है।
ईद के अवसर पर चौसट्टी घाट पर बड़ी संख्या में गंगा स्नान कर रहे मुस्लिम युवाओं को स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा से सभी धर्मों के लोग जीवन पाते हैं। गंगा वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दे रही हैं। गंगा तट की स्वच्छता करना प्रत्येक धर्म को मानने वालों का दायित्व है। नवरात्र में मां दुर्गा स्वच्छता की भी सीख देती हैं। राजेश शुक्ला ने बताया कि गंगा-जमुनी तहजीब का अर्थ है एक ऐसी सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना जिसमें विभिन्न धर्मों और संप्रदायों के लोग एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं और एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होते हैं। आयोजन में घाट पुरोहित सीताराम शुक्ला शिवेंद्र, आर्यन शुक्ला, नजीब, शहनवाज, मोहम्मद यूनुस आदि ने भागीदारी की।