देहरादून । कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि प्रत्येक वर्ष ग्रीष्मकाल शुरू होते ही उत्तराखण्ड के जंगल आग से धधकने लगते हैं। लेकिन इस आपदा से निपटने में समय रहते भाजपा सरकार इंतजामात करने में पूरी तरह विफल रही है। इस वनाग्नि में न केवल करोड़ों रुपये की वन सम्पदा जल कर नष्ट हो गई है अपितु वन्य जीवों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन और प्रशासन मथुरा दत्त जोशी ने करन माहरा के हवाले से कहा कि आज लगभग दो माह से उत्तराखंड की वन सम्पदा आग से नष्ट होती जा रही है। लेकिन राज्य सरकार और वन विभाग के स्तर से इसे बचाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आग से धधकती प्रदेश की अमूल्य वन सम्पदा के साथ ही हमारे वन्य पशु, वृक्ष-वनस्पतियां, जलस्रोत और यहां तक कि ग्लेशियर भी इस भीषण दावानल से संकट में हैं। आज विश्व के पर्यावरणीय वातावरण में तेजी से बदलाव आ रहा है जिसका असर हिमालय के हिमखण्डों पर भी पड़ रहा है। उत्तराखण्ड राज्य 67 प्रतिशत वनों से आच्छादित है।
उन्होंने कहा कि विगत दो माह से लगी वनों की आग से कई जगह हादसों से दो चार होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर दूनागिरी मन्दिर के निकट जंगल में लगी आग के कारण तीर्थ यात्रियों को बमुश्किल अपनी जान बचानी पड़ी वहीं एडीधूरा मन्दिर में आग से स्थानीय धर्मशाला पूरी तरह जल कर नष्ट हो गई। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र के जंगलों में लगी भीषण आग से भगवान के मन्दिर भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने हेलीकाप्टर से आग बुझाने का आग्रह किया।