नई दिल्ली । विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए घटक दलों के नेता लोकसभा चुनाव में हर चरण के बाद पूर्ण मतदान प्रतिशत के आंकड़े तत्काल जारी करने की मांग को लेकर आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। विपक्षी नेता भाजपा के अपने चुनावी अभियान में कथित तौर पर धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल का मुद्दा भी उठाएंगे।
भारतीय राष्ट्रीय विकासशील समावेशी गठबंधन ( आईएनडीआईए) में 28 दल हैं। इसमें से अधिकांश दलों के नेता आज चुनाव आयोग से मिलेंगे। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को अलग-अलग पत्र लिखकर पहले दो चरणों में मतदान के आंकड़ों को जारी करने में कथित देरी पर चिंता जताई है। चुनाव आयोग से मिलने के लिए समय मांगा है, आयोग ने इसकी पुष्टि की है ।
उल्लेखनीय है कि पहले और दूसरे चरण के मतदान प्रतिशत को लेकर सवाल उठाए गए थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतदान प्रतिशत के पूरे आंकड़े तत्काल जारी नहीं करने पर चुनाव आयोग पर सवालिया निशान लगाया था। इसके साथ ही आईएनडीआईए के घटक दलों को पत्र लिखकर अपील की थी कि वे चुनाव आयोग से मतदान के पूरे आंकड़ों की तत्काल मांग करें।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ है। एक दिन पहले तक यह 64.58 फीसदी था। चुनाव आयोग ने कहा कि अब भी फील्ड लेवल मतदान अधिकारियों के पास से आंकड़े आ रहे हैं, इसलिए अंतिम आंकड़ा बदल सकता है।
देश के 11 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 93 लोकसभा सीटों पर 7 मई को मतदान हुआ था। सर्वाधिक 85.45 फीसदी वोटिंग असम में जबकि सबसे कम 57.55 फीसदी यूपी में हुई। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ है।