कानपुर । देश के प्रमुख हिस्सों में कोई महत्वपूर्ण मौसम प्रणाली नहीं चलेगी। इसलिए कुछ छोटे इलाकों को छोड़कर लगभग पूरे देश में शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहेगी। ऐसी स्थित में फसलों में पाला लगने की संभावना है।
यह जानकारी शनिवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कृषि एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि छोटे क्षेत्रों में भी ये गतिविधियां हल्की होंगी, इसीलिए मौसम में किसी भी तरह का जरूरी परिवर्तन नहीं होने की संभावना होगी। हालांकि कुछ स्थानों पर मौसम ठंडा, कोहरा और धुंध, पाला और टुकड़ों में बादल छाए रहेंगे।वहीं, उत्तरी भागों में पहाड़ों पर तेजी से दो कमजोर पश्चिमी विक्षोभ गुजरेंगे। इसका प्रभाव केवल क्षेत्र की ऊंची पहाड़ियों पर ही पड़ेगा। निचली पहाड़ियां और लोकप्रिय रिसॉर्ट्स (शिमला, मनाली) अगले एक सप्ताह या उससे भी अधिक समय तक बर्फबारी से वंचित रहेंगे। इन भागों में कुछ बादल छा सकते हैं, जिससे वर्षा नहीं होगी।श्री पांडेय ने बताया कि कानपुर मण्डल सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दियों में बारिश नहीं होगी। सुबह और रात के दौरान मौसमी ठंड, मध्यम से घने कोहरे और ठंड हवाओं से राहत मिल सकती है। शीत लहर की स्थिति कम रहेगी। बादलों के नहीं होने और धूप निकलने से कई स्थानों पर दिन का तापमान बढ़ सकता है।