शिमला। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में हिमाचल प्रदेश के सभी चारों संसदीय क्षेत्रों और छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए शनिवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया। राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकतर हिस्सों में आज मौसम साफ बना हुआ है और मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। मैदानी जिलों के मतदान केंद्रों पर सुबह 6:30 बजे ही मतदाताओं की कतारें लग गई। पहली बार के मतदाताओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। शिमला जिला में 1058 मतदान केंद्रों में वोट डाले जा रहे हैं।
चार लोकसभा सीटों शिमला, कांगड़ा, मंडी और हमीरपुर में मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। इसी तरह छह विधानसभा सीटों धर्मशाला, बड़सर, सुजानपुर, गगरेट, कुटलैहड़ और लाहौल-स्पीति में भी मतदान हो रहा है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कुल 57.11 लाख मतदाता वोट डालने के पात्र हैं। इनमें 28.48 पुरुष और 27.97 लाख महिला मतदाता हैं। पहाड़ी राज्य में 62 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें लोकसभा चुनाव में 37 और विधानसभा उपचुनाव में 25 उम्मीदवार शामिल हैं। सभी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि राज्य में कुल 7992 मतदान केंद्रों में से 369 संवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। कांगड़ा ज़िले में सबसे अधिक 118 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं। राज्य में 44 हरित मतदान केंद्र भी बनाये गए हैं।
लाहौल-स्पीति के टाशीगांग में सबसे अधिक ऊंचाई में (15256 मीटर) मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। इस मतदान केंद्र में 62 मतदाता हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में 1254 शतकवीर मतदाता हैं। इनकी आयु 100 वर्ष या उससे अधिक है तथा चुनाव आयोग द्वारा इन सभी मतदाताओं का मतदान केंद्रों में जोर-शोर से स्वागत कर रहा है।
मनीष गर्ग ने कहा कि राज्य में करीब 57 हजार दिव्यांग मतदाता हैं तथा मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं को लाने के लिए रैंप, पेयजल व्यवस्था , बिजली, फर्नीचर, वेटिंग रूम व शौचालयों की व्यवस्था की गई है। पोलिंग पार्टियों को फर्स्ट एड बॉक्स भी दिए गए हैं।