वाराणसी। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर रविवार को धर्म नगरी काशी में झमाझम बरसात से किसान गदगद है।सिवान में खेतों की जुताई और मेड़बंदी के साथ धान के रोपाई की भी तैयारी चल रही है। झमाझम बारिश से लोगों को भीषण गर्मी और उमस से भी राहत मिली। वहीं बारिश से शहर के निचले हिस्सों में स्थित मोहल्लों और गलियों में सीवर उफान मारने लगा है। शहर के कई हिस्सों के मुख्य सड़कों के साथ गलियों में भी बारिश का पानी भर गया। अंधरापुल से नदेसर मार्ग, सरैया, सरायमोहाना, पुलकोहना, भदऊ डॉट पुल, बेनिया, नई सड़क, महमूरगंज आदि जगहों पर सड़कों पर जमा पानी दोपहिया वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन गया। लोगों को ढकेलकर वाहन ले जाना पड़ा।
शुक्रवार शाम से ही रुक-रुककर हो रही बारिश शनिवार देर शाम को भी जारी रही। तेज हवा और गरज-चमक के साथ पूरी रात बादल झूमकर बरसते रहे। तीसरे दिन रविवार को भी बारिश उपस्थिति बनाए हुए है। बारिश से शहरी अंचल से लेकर गांव तक चहुंओर जलभराव हो गया।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन ऐसा ही मौसम रहने के आसार हैं। इस दौरान तेज हवा के साथ बारिश होने और तापमान में कमी की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 10 जुलाई तक यूपी के अलग-अलग स्थानों पर कहीं भारी तो कहीं मध्यम बारिश का अनुमान है। 11 और 12 जुलाई को पूरे यूपी में मध्यम बारिश के आसार हैं। बारिश का पानी मणिकर्णिकाघाट स्थित महाश्मशान नाथ मंदिर में भर गया है। मंदिर के पुजारी के अनुसार शयन आरती व भोग लगाने में दिक्कत हो रही है। झमाझम बारिश के चलते दिन का तापमान सामान्य से कम हो गया है। अपरान्ह एक बजे तक अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दृश्यता 60 फीसदी और नमी 77 फीसदी दर्ज की गई।