देहरादून । उत्तराखंड के वरिष्ठ राजनेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब ईडी ने 29 फरवरी को उनसे पूछताछ करेगी। इसके ईडी ने डा.हरक सिंह को सम्मान भेजा है।
पाखरो टाइगर सफारी घपले को लेकर ईडी ने डॉ. हरक सिंह रावत और आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक को इस मामले में घेरे में लिया और दोनों के आवास पर जांच पड़ताल हो चुकी है। इस जांच पड़ताल के बाद जहां ईडी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को 29 फरवरी को बुलाया है वहीं हरक सिंह रावत की नजदीकी लक्ष्मी राणा को 27 फरवरी और सुशांत पटनायक को भी 27 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। छापेमारी में ईडी को नकदी, गहने और अचल सम्पत्ति के बारे में जानकारी मिली थी।
ईडी ने डॉ. हरक सिंह सिंह रावत के साथ-साथ उनकी बहू अनुकृति गुसांई को सम्मन दिया है और उनसे भी पूछताछ करेगी। आरोप है कि वन मंत्री रहते डॉ. हरक सिंह रावत की पाखरो रेंज में अवैध पेड़ कटान और अवैध निर्माण में संलिप्तता पाई गई है। इस पेड़ कटान के तहत पाखरो रेंज में 6000 से अधिक पेड़ अवैध रूप से काटे गए थे। इसके कारण मामला जांच की जद में आ गया।
ईडी ने गत 7 जनवरी को मारे गये छापे में 1.10 करोड़ रुपये नकद, 80 करोड़ से ज्यादा के जमीनों के प्रपत्र तथा 80 लाख रुपये कीमत के गहने पाए गए थे। इसके लिए उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। डॉ. हरक उत्तराखंड मुखर विधायकों और मंत्रियों में रहे हैं ,लेकिन उनके कार्यकाल में हुए कटान और अन्य व्यवस्थाओं के कारण उन्हें लपेटे में लिया गया है। पूछताछ के बाद ही जानकारी मिल पाएगी कि इस प्रकरण में क्या-क्या हुआ था?