वाराणसी । लोकसभा चुनाव के सातवें और अन्तिम चरण के लिए चल रहे नामांकन प्रक्रिया में चौथे दिन शुक्रवार को वाराणसी संसदीय सीट से चार उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और इंडी गठबंधन के उम्मीदवार अजय राय,बसपा के अतहर जमाल लारी भी शामिल हैं। अन्य दो प्रत्याशियों में निर्दल संजय कुमार तिवारी,अवचित शामराव सयाम (जनसेवा गोंडवाना पार्टी) है। चुनाव में अब तक कुल 08 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। चौथे दिन परवेज कादिर खान- पीस पार्टी, सुरेश पाल-राष्ट्रीय उदय पार्टी, डॉ. हेमंत कुमार यादव-भारतीय मानव पार्टी, लालजी राम- निर्दलीय तथा संतोष कुमार शर्मा-मौलिक अधिकार पार्टी सहित 05 लोगों ने नामांकन पत्र प्राप्त किया, जबकि 11 ट्रेजरी चालान भी लोगों ने प्राप्त किया है। चुनाव में शनिवार एवं रविवार को लोक अवकाश होने के कारण नामांकन की कार्यवाही नहीं की जायेगी।
-घोड़े से नामांकन करने वाराणसी पहुंचा निर्दल प्रत्याशी
नामांकन प्रक्रिया में चौथे दिन शुक्रवार को वाराणसी संसदीय सीट पर नामांकन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान जहां एक निर्दल प्रत्याशी घोड़े पर सवार होकर नामांकन के लिए पहुंचा तो दूसरा सिर पर 25 हजार रूपयों का सिक्का लेकर । जनपद चंदौली से घोड़े पर सवार होकर वाराणसी आए निर्दल प्रत्याशी विनोद यादव जैसे कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर पहुंचे लोगों में आकर्षण का केन्द्र बन गए। निर्धारित समय तक विनोद अपना नामांकन पर्चा दाखिल नहीं कर पाए। हाथों में तिरंगा लेकर भगवा रंग का गमछा बांधे विनोद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने आया हूं। विनोद ने बताया कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों की वजह से घोड़े से नामांकन करने आया हूं। विनोद के अनुसार वह अब तक 12 चुनाव लड़ चुका है। विनोद के अनुसार चुनाव आयोग ने बुलडोजर का परमिशन नहीं दिया तो घोड़े से नामांकन करने आया हूं। इस चुनाव में मेरा मुख्य मुद्दा बेरोजगारी, 15 साल तक की लड़कियों की नि:शुल्क शिक्षा दिलाना आदि है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश के वैद्यराम नामांकन पर्चा खरीदने के लिए 25 हजार रुपये का सिक्का लेकर आए।
-काॅमेडियन श्याम रंगीला ने लगाया आरोप
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी में चुनाव लड़ने का एलान करने वाले काॅमेडियन श्याम रंगीला ने नामांकन पत्र न देने का आरोप लगाया है। श्याम रंगीला ने अपने एक्स अकांउट पर लिखा कि वाराणसी में नामांकन फार्म प्राप्त करने की प्रक्रिया इतनी जटिल कर दी गई है कि नामांकन फार्म लेना ही मुश्किल हो गया है। घंटों लाइन में लगने के बाद चुनाव कार्यालय ने कहा कि दस प्रस्तावकों के आधार कार्ड की कॉपी हस्ताक्षर समेत उनके फोन नंबर दे। तभी ट्रेजरी चालान फार्म मिलेगा। जबकि ऐसा कोई प्रावधान चुनाव आयोग के नियमों में नहीं है।