अम्बेडकरनगर । अम्बेडनगर लोकसभा सीट से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी लाल जी वर्मा को पुलिस नजरबंद करने नहीं, बल्कि बीती रात जब्त धन के बारे में पूछताछ करने गई थी। सपा ने इसका राजनीतिक लाभ लेने के लिए यूपी पुलिस पर नजरबंद करने का आरोप लगाया है, जो सरासर गलत है। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश सिंह ने दी है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में आज सुबह से मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं, वहीं सपा नेताओं ने अपने प्रत्याशी को नजरबंद किए जाने का अफवाह फैला दिया। इसे लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव और प्रत्याशी के ट्वीट से पूरे जिले में सनसनी मच गई।
गौरतलब है कि बीती रात्रि में सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा के करीबी सपा नेता पूर्व ब्लॉक प्रमुख लवकुश वर्मा से करीब एक लाख रुपये बरामद हुए थे, जिसका हिसाब लवकुश वर्मा तत्समय नहीं दे पाए थे। पुलिस ने आचार संहिता का मुकदमा दर्ज कर लिया था। आज उसी सिलसिले में पुलिस सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा के घर पूछताछ के लिऐ गई थी। इसे लेकर पुलिस और प्रत्याशी में काफी गरमागर्मी बहस हो गई। उसी वीडियो को सपा समर्थकों ने तमाम सोशल साइट्स पर अपलोड कर मामले को तूल पकड़ा घर में नजरबंद करने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं, सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा ने इलेक्शन कमीशन को पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग की है।
सपा ने क्या आरोप लगाया
समाजवादी पार्टी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा,’सूचना है कि अंबेडकर नगर से सपा प्रत्याशी लाल जी वर्मा के घर योगी सरकार के इशारे पर पुलिस ने दल बल के साथ पहुंचकर प्रत्याशी को नजरबंद किया है और मतदान करने से दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यकों को रोका जा रहा है’। आगे पार्टी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि ‘ये किस नियम के तहत पुलिस कर रही और क्या यही आपकी निष्पक्षता है? अरे शर्म कर लो चुनाव आयोग शर्म, बेशर्मी से कब तक भाजपा की बीन पर नाचोगे?’
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा के जीत रहे अंबेडकरनगर प्रत्याशी लालजी वर्मा के घर पर पुलिस भेजकर छापा मारा गया, लेकिन पुलिस को न कुछ मिलना था, न कुछ मिला। ये श्री लालजी वर्मा की ईमानदार छवि को धूमिल करने का कुकृत्य है। ये हारती हुई भाजपा की हताशा है।