ग्रीन आर्मी कर रही कबाड़ की जुगाड़ से सखी सहेली गार्डन का जीर्णाेद्धार

रायपुर । रायपुर शहर के हृदय स्थल में स्थित सखी सहेली गार्डन विगत 6 माह पूर्व वीरान,अंधेरा,कूड़ा, नशेड़ियों एवँ असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हुआ करता था, पेड़ो के नाम पर केवल चुनिंदा पेड़ो की जड़े बाकी रह गए थे।स्थानीय निवासी अनहोनी के डर से गार्डन में जाने से कतराते थे, आज यहां रोशनी, चहल-पहल, पलदार, छायादार, पेड़, एवँ पाथवे वाल पर रंगाई, स्थानीय लोगों का ध्यानाकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

ज्ञात हो ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर ज़ोन को सखी सहेली गार्डन की बुरे हालात की जानकारी प्राप्त हुई ।संस्था सदस्य जानकारी मिलते ही इसे बचाने में लग गए। इस मुहिम में सर्वप्रथम नशेड़ियों एवँ असमाजिक तत्वों को भगाने हेतु 1 माह तक म्यूजिक नाइट,होली मिलन समारोह , जनजागरूकता अभियान एवँ पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया गया। तत्पश्चात संस्था सदस्यों द्वारा कचरा की सफाई, लेबलिंग, पानी, लाइट व्यवस्था, वृक्षारोपण किया गया एवं इन वृक्षों कों बचाने कबाड़ की जुगाड़ से पाईप, पेंटिंग, मच्छरदानी, ग्रीन नेट जाली, मलबे से ईट, बांस के टुकड़े एकत्रित कर पेड़ों की सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई।

पक्षियों हेतू सकोरे की व्यवस्था- गार्डन के जीर्णाेद्धार के साथ जीव-जन्तुओं, पशु-पक्षियों की सुरक्षा व्यवस्था को भी ध्यान रखा गया है।इस हेतु पानी के सकोरे के साथ दाना-पानी की व्यवस्था भी की गई है।आज यहां चिडियों की मधुर चहचाहट एवं घोसले आपको असानी से देखने मिल जायेंगे।

सौंदर्यीकरण का कार्य प्रगति पर- संस्था सदस्यों द्वारा अब इस गार्डन के देख-रेख हेतू माली एवं सौंदर्यीकरण के अनेक उपाय किये जा रहे है, आगे इस कार्य हेतू शासन प्रशासन का सहयोग लिया जायेगा।

डीडीयू नगर ग्रीन आर्मी संस्था सदस्य रुपेश तलमले ने रविवार को बताया कि शुरुआती दौर में इन्हें अनेक समस्यायों का सामना करना पड़ा, आखिरकार मेहनत रंग लाई, आज गार्डन की सुन्दरता देखते ही बन रहा है। स्थानीय निवासी इसका लाभ ले रहे हैं, इसे देखकर मन गदगद एवं हृदय को जो सुकून मिलता है उसे शब्दों से बयां नहीं किया जा सकता है।

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