आज पूरे विश्व भर में थायराइड दिवस है। हर साल विश्व थायराइड दिवस 25 मई को मनाया जाता है। आज हम आपको सेहतमंद रहने के लिए शरीर में थायराइड हार्मोन का लेवल सही होना जरुरी है। व्यक्ति के शरीर में कई ग्लैंड्स होते हैं, जो हार्मोन्स का स्त्राव करती है। ये हार्मोन्स शरीर के सही तरह से फंक्शन करने के लिए जरुरी होते हैं। थायराइड ग्लैंड से थायराइड हार्मोन का निर्माण होता है। वहीं, जब यह हार्मोन कम या ज्यादा होने लगते हैं, तो हाइपोथायराइड या हाइपरथाराइड की समस्या होती है। थायराइड के बारे लोगों को जागरुक करने के लिए, यह खास दिन मनाया जाता है। इस लेख में हम आपको 2 ऐसी पत्तियों के बारे में बता रहे हैं, जिनका पानी पीने से थायराइड लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
थायराइड लेवल को मैनेज करने के लिए धनिए की पत्तियों का पानी
- धनिये की पत्तियों का पानी थायराइड लेवल को मैनेज करने के लिए काफी फायदेमंद है।
- एक्सपर्ट के मुताबिक, इसे आप दोनों तरह के थायराइड में पी सकती हैं।
- इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और बॉडी डिटॉक्स होती है।
- धनिये की पत्तियां में विटामिन-ए, विटामिन- सी विटामिन के, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। यह पानी वजन कम करने में भी सहायक है।
- इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो थायराइड लेवल को मैनेज करते हैं।
- 2 कप पानी में मुट्ठी भर धनिए की पत्तियों को आधा रह जाने तक उबालें।
- इसमें थोड़ा सा अदरक भी डालें।
- अब इसे छानकर पी लें।
- इसे खाली पेट पीना बेहद ही फायदेमंद होता है।
थायराइड के लिए तुलसी की पत्तियों का पानी
- तुलसी थायरोक्सिन के लेवल को कम करती है। हाइपरथायराइड में इसका सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
- तुलसी में एंटी-फंगल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो थायराइड के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद करता है।
- इसमें विटामिन-सी, कैल्शियम, जिंक और आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है।
- इतना ही नहीं तुलसी की पत्तिायां, शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस को भी कम करती हैं।
- तुलसी की ताजी पत्तियों को तोड़कर इनका रस निकालें।
- इसे सुबह खाली पेट पानी के साथ सेवन करें