एम्स ऋषिकेश के चिकित्सक अधीक्षक ने दिलाई स्वच्छता की शपथ

ऋषिकेश । भरत मंदिर इंटर कॉलेज में बुधवार को स्वच्छता जागरूकता की शुरूआत हुई। एम्स ऋषिकेश के चिकित्सक अधीक्षक ने उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और सभी को सार्वजनिक और व्यक्तिगत जीवन में स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।

एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान एम्स के हेल्थ केयर वर्करों और चिकित्सीय टीम ने छात्र छात्राओं को स्वच्छता के लाभ बताये।

अभियान की समन्वयक डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डाॅ. पूजा भदौरिया, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रोफेसर स्मृति अरोड़ा, मुख्य नर्सिंग अधिकारी रीता शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को स्वच्छता की शपथ दिलाई। बीएससी नर्सिंग छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी, जिसे बच्चों ने खूब पसंद किया।

एम्स निदेशक डॉक्टर मीनू सिंह के दिशा निर्देशन में और मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल तथा डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. पूजा भदोरिया के नेतृत्व में बीएससी फर्स्ट ईयर नर्सिंग की छात्राओं ने श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज ऋषिकेश की प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओं को स्वच्छता और वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में बताया। मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने कहा कि हमें प्लास्टिक पॉलीथिन का प्रयोग कम से कम करना चाहिए, क्योंकि यह किसी भी तरह से निस्तारित नहीं होता है। हमें वेस्ट मैनेजमेंट के द्वारा ही अपने आप को उससे होने वाली हानियों से बचाना है।

डॉक्टर पूजा भदोरिया ने कहा कि प्रत्येक कूड़े को अलग-अलग प्रकार के अलग-अलग हिस्सों में डालना चाहिए ताकि उसका निस्तारण भी उसी प्रकार हो। सामान्य कूड़ा और खतरनाक कूड़ा और सब्जियां आदि का कूड़ा आपस में मिलने से उसे पशुओं के द्वारा खाया जाता है, उसमें कुछ हानिकारक कूड़ा करकट मिला है तो वह उनकी जान के लिए खतरा होता है। नर्सिंग ऑफिसर रीता शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को बताया कि हमें अपने घर से ही स्वच्छता की शुरुआत करनी चाहिए।

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