देहरादून । साइबर क्राइम पुलिस के 2021 के एक अभियोग में दोषसिद्ध नाइजीरियन को न्यायालय ने दंडित किया है। शनिवार को एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि 50 दिन में उत्तराखंड में पंजीकृत तीन अभियोगों में चार अभियुक्त दोषसिद्ध पाए गए हैं, जिन्हें न्यायालय ने दंडित किया है। साइबर थाने की कोर्ट पैरवी में नियुक्त महिला मुख्य आरक्षी निर्मला चौहान का इसमें विशेष योगदान है। 2021 में मसूरी निवासी एक व्यक्ति को अभियुक्तों ने आनलाइन ट्रेडिंग कंपनी फोरेक्सटाइम डॉट काम की फर्जी साइट एफेएक्स मार्ट केट डॉट काम बनाकर धनराशि इनवेस्ट करने व उन्हें दोगुना करने का लालच देकर 60 लाख रुपये की आनलाइन ट्रेडिंग करा दी और धनराशि का विट क्वाइन में लगाकर धोखाधड़ी कर विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त कर एटीएम के माध्यम से आहरित कर लिया। इस शिकायत पर पुलिस उपाध्यक्ष अंकुश मिश्र के पर्यवेक्षण में पंकज पोखरियाल ने विवेचक के रूप में काम किया । यह धनराशि दिल्ली के जिन एटीएम मशीनों से निकाली गई। उनमें एक नाइजीरियन धनराशि निकालता पाया गया। तलाश पर मुख्य सरगना अर्नेस्ट माइकल ओहनान पुत्र को गिरफ्तार किया गया जिस पर मुकदमा चल रहा था। उसे न्यायालय द्वारा सजा दी गई और जितना समय उसने जेल में बिताया था उसे ही सजा की अवधि मानकर भारत से उसका निर्वासन का आदेश दिया गया है।
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