परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम परीक्षाओं को एक नई दृष्टि देखने का नजरिया विकसित करता है : राज्यपाल

देहरादून । राज्यपाल ने कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम परीक्षाओं को एक नई दृष्टि देखने का नजरिया विकसित करता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक और शिक्षक परीक्षाओं के तनावयुक्त वातावरण से मुक्ति पा सकेंगे और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सोमवार को दून इंटरनेशनल स्कूल, पौंधा में ‘परीक्षा पे चर्चा-2024’ कार्यक्रम में शामिल होते हुए यह बातें कहीं। इस दौरान ‘परीक्षा पे चर्चा’ के 7वें संस्करण में विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों के लिए परीक्षा के दौरान तनाव प्रबंधन करने के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत करने के उद्देश्य से माननीय प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुरू किये गए इस कार्यक्रम से बच्चों को लाभ मिल रहा है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बच्चों की उत्सुकता, शिक्षकों और अभिभावकों की चिंता को अपने उद्बोधन से उमंग और समाधान में बदलने का काम किया है। प्रधानमंत्री के उद्बोधन ने छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों की शंकाओं का समाधान ही नहीं किया है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाया है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के वक्तव्य में परीक्षाओं को बोझ के तरह न लेते हुए बच्चे परीक्षाओं को आंनद, उत्सव के रूप में लें प्रधानमंत्री ने छोटी-छोटी बातें बताई हैं लेकिन यह जीवन में बड़ा महत्व रखती हैं और यह छोटी-छोटी बातें ही हैं जो हमारे जीवन का रुख बदल देती हैं। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं से कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ अलग प्रतिभा होती है उसे पहचानने की जरूरत है। आप दूसरों को अपना प्रतिस्पर्धी न मानें बल्कि, आपकी प्रतिस्पर्धा अपने आप से होनी चाहिए। जीवन में जो लक्ष्य तय किया है उसे पूरा करने में अपना सामर्थ्य लगाएं। जीवन में कठिन परिश्रम का कोई प्रतिस्थान नहीं है, बच्चे हर कार्य में हमेशा अतिरिक्त प्रयास करें। राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि आप सभी देश के बडे़ संसाधन हैं, आपके बूते ही भारत विकसित भारत और विश्वगुरु भारत के लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं। आप सभी अपने योगदान से राष्ट्र और समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। हमेशा सर्वश्रेष्ठ बनने की कोशिश करें।

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