बाबा साहब ने संघर्षों, बुद्धिमत्ता और सूझबूझ से प्राप्त की महानता : योगी

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दबे, कुचले और वंचित वर्ग के लोग अपने सम्मान की लड़ाई और भावी पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य देने के लिए बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर का स्मरण कर रहे हैं। बड़े घर में पैदा हो करके बड़ा बनना उपलब्धि हो सकती है लेकिन एक सामान्य परिवार में जन्म लेकर सामाजिक विसंगतियों और कुरीतियों के खिलाफ लड़ते हुए समाज को नई प्रेरणा का केंद्र बिंदु बनाना महानता के शिखर को प्राप्त करने जैसा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आम्बेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने संघर्षों, बुद्धिमत्ता और सूझबूझ से महानता को प्राप्त किया था। उन्होंने संविधान शिल्पी के रूप में पूरे भारत को लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ दुनिया का सिरमौर बनाने का अद्भुत कार्य किया था। साथ ही न्यायसमता और स्वाधीनता की थीम दे करके पूरे भारतवासियों के मन में उत्साह और उमंग का भाव संचालित किया था। उनकी ही देन है कि आज लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिकारों के साथ देश की 140 करोड़ की जनता एक भारत, श्रेष्ठ भारत के रूप में वर्तमान में कार्य कर रही है।

बाबा साहेब के मूल्यों को आत्मसात कर गरीब कल्याणकारी योजनाएं चला रही मोदी सरकार

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में बिना भेदभाव के शासन की योजना का लाभ ‘सबका साथ-सबका विकास’ के भाव के साथ दिया जा रहा है। देश के संविधान में इसे बाबा साहेब द्वारा समतामूलक समाज की स्थापना के संकल्प के रूप में दिया गया था, जिसे भारत सरकार आगे बढ़ा रही है और यह व्यावहारिक धरातल पर नीचे उतरते हुए दिखाई दे रहा है। बाबा साहब के मूल्यों और आदर्शों को आत्मसात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में गरीब कल्याणकारी योजनाएं का संचालन कर रहे हैं। इसके जरिये हर गरीब और जरूरतमंद को फ्री में मकान, शौचालय, स्वास्थ्य बीमा, गैस कनेक्शन, राशन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। हर व्यक्ति को जीवन जीने के लिए बेसिक आवश्यकताओं की पूर्ति जो बाबा साहेब की परिकल्पना थी, उसे मोदी सरकार व्यावहारिक धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है। योगी ने कहा कि बाबा साहेब ने वंचित और दलित तबके से शिक्षित बनने की अपील की थी। वह जानते थे कि शिक्षा के जरिये ही अव्यवस्था, असमानता और अराजकता के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकती है। उन्होंने जीवन पर्यंत भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के लिए काम किया। हमें उनके आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करके कार्य करना होगा और विकसित भारत बनाना होगा।

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